14.11.2020 शनिवार कार्तिक मासे कॄष्ण पक्ष अमावस्या तिथि
14 नवम्बर को दोपहर 2.18 बजे से अमावस्या तिथि प्रारंभ होगी
15 नवम्बर को सुबह 10.36 बजे तक।
व्यपार पूजन मुहूर्त – प्रातःकाल08.28 से 09.27 तक, दोपहर 12.09 से शाम 04.05 बजे तक।

गृह मे पूजन समय -प्रातःकाल 07.30 से प्रातः09 बजे तक ।
सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त :-शाम 05.28 से 07.28 तक ।
रात्रिकाल:-09.12 से 10.48 तक एवं मध्यरात्रि 12.24 से 02 बजे रात (14/15.11.2020) तक !
पूजन विधि -कुम्हार द्वारा निर्मित मिट्टी के दिये में दीपक जलाएं ,आभूषण, वाहन, पैसे, बहीखाता ,एक चौकी में लाल कपड़ा के ऊपर माँ महालक्ष्मी,सरस्वती, गणेश प्रतिमा स्थापित कर विशेष पूजन करें रोली, केशर,अक्षत , पान, सुपारी, नारियल, लौंग, इलायची, कपूर,धूप,दीप , दूध,घृत, दूर्वा, चंदन, सिंदूर, पंचामृत, पंचमेवा,अनेकानेक मिष्ठान, ऋतुफल , लाई, बताशे कमल गट्टे की माला माँ लक्ष्मी अर्पित करना चाहिए ।

विशेष -घर में माँ लक्ष्मी की खड़ी अवस्था वाली मूर्ति या फोटो नही रखना चाहिए क्योंकि पुराणों के अनुसार देवी चंचल हैंऔर उल्लू की सवारी हैं तो कभी एक स्थान में नही रहती खड़ी अवस्था में मूर्ति रखने पर ज्यादा समय तक नही रहती इसलिए घर में हमेशा माँ लक्ष्मी की बैठी अवस्था की मूर्ति या फोटो रखनी चाहिए दुकान में खड़ी लक्ष्मी की मूर्ति रख सकते हैं ।